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देश राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का 152वां जन्मदिवस मनाने जा रहा है। गांधीजी कहा करते थे- स्वदेशी को अपने आचरण में इस तरह अपना लो कि वह आपकी आदत बन जाए। गांधीजी के जीवन का सबसे बड़ा संदेश है: प्रकृति के करीब रहकर अपनी जड़ों से जुड़े रहो, जिससे जीवन सरल, सुगम और सक्षम हो जाएगा। गांधीजी के इन्हीं संस्कारों को पुनः जीवंत करते हुए है। उत्तर प्रदेश खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड एवं अमर उजाला 'स्लोगन लेखन' प्रतियोगिता का आयोजन कर रहा है। इस प्रतियोगिता में भाग लेकर अपनी रचनाओं द्वारा पुनः बापू के आदर्शों को जीने के लिए अमर उजाला अपने युवा साथियों को आमंत्रित करता है।

विषय: स्वदेशी, स्वच्छता और प्रकृति

श्रेणी: 13 वर्ष से 25 वर्ष

समय सीमा: 2 अक्टूबर 2020

प्रतिभागियों

  • प्रतिभागियों को अपने स्लोगन में विषय- 'स्वदेशी, स्वच्छता और प्रकृति' का पालन करना चाहिए।
  • आवेदक की उम्र 13 वर्ष से 25 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
  • फाइल केवल जेपीईजी/जेपीजी फॉर्मेट में होनी चाहिए। फाइल का आकार 15 एमबी से अधिक नहीं होना चाहिए।
  • स्लोगन के ऊपर नाम, आयु, मोबाइल नंबर और शहर का नाम स्पष्ट रूप से अंकित होना चाहिए।
  • स्लोगन अधिकतम 24 शब्दों का होना चाहिए।
  • सभी विजेताओं को पुरस्कार प्राप्त करने के लिए पैन कार्ड या आधार कार्ड जैसे आयु प्रमाण पत्र प्रदान करना आवश्यक है।
  • अमर उजाला पूरी तरह से विजेताओं के चयन का अधिकार रखता है।
  • नियम और विनियम से सहमत होकर प्रत्येक प्रतिभागी अमर उजाला लिमिटेड द्वारा उनके काम का उपयोग करने, संशोधित करने और प्रकाशित करने का अधिकार देता है।
  • 18 वर्ष या उससे कम आयु के प्रतिभागियों की जानकारी उनके अभिभावकों की अनुमति और सहमति से दी जानी चाहिए।

बधाई

  • प्रतियोगिता का परिणाम 10 अक्टूबर 2020 तक घोषित किए जाएंगे। परिणामों की जांच करने के लिए हमारी वेबसाइट के होम पेज पर घोषणाओं के टैब पर क्लिक करें।
  • परिणामों की जांच करने के लिए हमारी वेबसाइट के होम पेज पर घोषणाओं के टैब पर क्लिक करें।
  • प्रत्येक प्रतिभागी को भागीदारी का डिजिटल प्रमाण पत्र प्राप्त होगा।
  • प्रत्येक प्रविष्टि के शीर्ष 10 विजेताओं को सम्मानित किया जाएगा।

प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि 2 अक्टूबर 2020